राजस्थान में ऊनी वस्त्र उद्योग (Woolen Textile Industry in Rajasthan) राजस्थान में ऊन का व्यवसाय बहुत पुराना एवं महत्वपूर्ण है...
राजस्थान में ऊनी वस्त्र उद्योग
(Woolen Textile Industry in Rajasthan)
राजस्थान में ऊन का व्यवसाय बहुत पुराना एवं महत्वपूर्ण है। यहाँ पश्चिमी राजस्थान में भेड़ पाली जाती हैं। भारत की 25% भेड़ (.90 लाख ) राजस्थान में ही पाली जाती हैं जिनसे लगभग 126.77 लाख किग्रा ऊन प्राप्त होती है। ऊन से कम्बल, नमदे, आसन, स्वेटर, जरसी, घुग्घी, घोड़ों तथा ऊँटों की जीन, मोटा ऊनी कपड़ा, शाल, दुसाला आदि बनाए जाते हैं।
ऊन उद्योग की प्रमुख इकाइयाँ निम्न हैं
(1) स्टेट वूलन मिल्स, बीकानेर
(ii) वर्टेड स्पिनिंग मिल्स, चूरू
(iii) विदेशी आयातनिर्यात संस्थान, कोटा
(iv) वर्टेड स्पिनिंग मिल्स, लाडनू
मालपुरा एवं टोंक में भी नमदे, आसन, घुग्घियाँ, चकमें आदि बनाए जाते हैं। यहाँ के नमदे देशविदेश में प्रसिद्ध हैं। भीलवाड़ा में एक प्रोसेसिंग हाउस का निर्माण हुआ है जिसकी प्रोसेसिंग क्षमता 6 लाख कम्बल प्रतिवर्ष है।